पंडित गोविंद बल्लभ पंत जी का जन्म 10 सितंबर, 1887 को ग्राम खूंट, जनपद अल्मोड़ा में हुआ था ।
पिता – मनोरथ पंत
माता – गोबिंदी देवी
पेशा – वकालत
मृत्यु – 7 मार्च 1961
वह 12 th पास करने के बाद यह उच्च शिक्षा के लिए 1905 में इलाहाबाद चले गए ।
1909 में कानून की डिग्री की । कालेज मे अच्छा रिकॉर्ड के कारण इन्हें “लैमस्डेन अवार्ड” दिया गया ।
1921 में असहयोग आंदोलन से जुड़े ।
1924 में स्वराज्य पार्टी के टिकट पर विधान परिषद सदस्य हेतु चुने गए ।
1930 में कुमाऊं में नमक सत्याग्रह (सविनय अवज्ञा आंदोलन) का नेतृत्व किया ।
1914 में जनसंचार और राजनीतिक चेतना के लिए काशीपुर में प्रेम सभा की स्थापना की ।
1937 से 1939 तक संयुक्त प्रांत के मुख्यमंत्री रहे ।
उसके बाद 1946 से 1947 तक फिर से मुख्यमंत्री रहे ।
26/01/1950 संविधान लागू होने के बाद संयुक्त प्रांत को उत्तर प्रदेश का नाम दिया गया ।
तीसरी बार 26 जनवरी 1950 से 27 दिसंबर 1954 तक “उत्तर प्रदेश” के पहले मुख्यमंत्री बने ।
1955 से 1961 तक भारत के गृहमंत्री रहे ।
कार्यकाल के दौरान ही 1961 में इनकी मृत्यु हो गई ।
26 जनवरी 1957 को “भारत रत्न” से सम्मानित किया गया ।
