उत्तराखण्ड के सीमान्त जनपद उत्तरकाशी के पुरोला विकासखण्ड में बहने वाली कमल नदी का अपना अलग ही महत्त्व है। स्थानीय लोग इस नदी को ‘कमोल्ड’ नाम से जानते हैं। कमल नदी यहाँ के लोगों की जीवनरेखा है।यह नदी कोई ग्लेशियर से निकलने वाली नहीं है, यह तो कमलेश्वर स्थित जंगल के बीच एक प्राकृतिक जलस्रोत से निकलती है। जो सदाबहार जलधारा है। यह जलधारा कमल नदी के रूप में लगभग 30 किमी बहकर नौगाँव के पास यमुना में संगम बनाती है। जो कि क्रमशः कमलेश्वर से रामा, बेष्टी, कण्डियाल गाँव, कुमोला, देवढुंग, पुरोला, चन्देली, नेत्री, हुडोली, सुनाराछानी, थलीछानी सहित 55 गाँवों की खेती को सिंचित करते हुए नौगाँव स्थित यमुना से मिल जाती है।
शुद्ध और बारहमास बहने वाली कमल नदी शनै-शनै बहती हुई अपने आस-पास की लगभग 4500 हेक्टेयर कृषि भूमि को सिंचित करती है ।
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