बुग्याल हिमालया की तलहटी में 3,300 मीटर (10,800 फीट) और 4,000 मीटर (13,000 फीट) के बीच उच्च ऊंचाई वाली श्रेणी में चरागाह भूमि या घास के मैदानों को बुग्याल कहा जाता हैं, । इसकी स्थलाकृति या तो सपाट है या ढलान वाली है। बुग्यालों की सतह हरी घास और मौसमी फूलों से आच्छादित है तथा इस क्षेत्र में बड़े पेड़ो का पूर्णत: आभाव होता है।

  • बुग्यालों का उपयोग आदिवासी चरवाहों द्वारा अपने मवेशियों को चराने के लिए किया जाता है।
  • सर्दियों के मौसम के दौरान बुग्याल बर्फ से ढके रहते हैं। तथा गर्मियों के महीनों में, बुग्याल सुंदर फूलों और घास से आच्छादित रहते हैं।

संतोपथ, घासतोली, रतकोण , लक्ष्मीबन – ये सभी बुग्याल चमोली के अंतिम गाँव माणा से उपर है ।

नंदानकानन – यह फूलों की घाटी के उपर है ।

फूलों की घाटी – चमोली (जोशिमठ-बद्रीनाथ मार्ग पर , यह नर एवं गंध मादन पर्वतों के मध्य के भ्यूण्डार गंगा पार्क तथा स्माइथ पार्क इसके अन्य नाम हैं , ब्रिटिश पर्वतारोही फ्रैंक स्माइथ ने इसकी खोज 1931 मे की थी । )

औली – चमोली (जोशिमठ से 15 km दूर), साहसिक पर्यटन के लिए विश्व प्रसिद्ध, नंदादेवी , कामेट, माणा, द्रोणागिरी, नीलकंठ तथा हाथी-गौरी पर्वत शृखलाओं से घिरा, यह बुग्याल एशिया का सुंदरतम ढाल वाला स्कीइंग केंद्र है । यहाँ स्कीइंग हेतु विदेशी लोग भी जाते हैं ।

गुरसों – औली के पास , यहाँ हाथी पर्वत है ।

चित्रकांठा – चमोली

क्वारी पास – चमोली (बिरही के उपर)

चोफिट शिखर  – चमोली (मलारी के पास)

कल्पनाथ – चमोली (बद्रीनाथ मार्ग पर)

कैला – यह बुग्याल बद्रीनाथ के चारों और फैला है ।

बगजी – चमोली, पिंडर और कैल के बीच , यहाँ से हिमालया का सबसे भव्य दर्शन होता है ।

रूपकुंड – चमोली , यहाँ फेनकमल पुष्प अधिक मिलते हैं ।

बेदिनी – सबसे बड़ा बुगयाल, चमोली रूपकुंड के पास, इसे वेदों का प्रणयन स्थल माना जाता है , यह सुंदर मखमली घासों के लिए भी प्रसिद्ध है

केदारकांठा – उत्तरकाशी, मखमली घास

मानेग – उत्तर काशी (सरताल के पास )

हर की दून – उत्तरकाशी , बदरपूंछ ढाल पर , टोंस उद्गम , मखमली घास

सोनगाड़ (छायागाड़) – उत्तरकाशी

देवदामिनी – यमुनोत्री के पास

दयारा बुग्याल – उत्तरकाशी , शीतकाल मे स्कीइंग पशिक्षण केंद्र, पर्वतारोही चंद्रप्रभा संतवाल ने इसे पर्यटन मानचित्र पर लाया ।

पंवाली कांठा – टिहरी गढ़वाल , 17 वर्ग किमी मे कई प्रकार की जड़ी बूटियों के कारण इसे सुरक्षित जैव पार्क घोषित किया गया है ।

बरतोली बुग्याल  : रुद्रप्रयाग में स्थित है |

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