रुद्रप्रयाग मे स्थित मंदिर

rudraprayag m sthit mandir

केदारनाथ मंदिर (Kedarnath Temple) यह मंदिर चारों धामों में सबसे ऊंचाई पर स्थित मंदिर है । केदारनाथ मन्दिर भारत के उत्तराखण्ड राज्य के रूद्रप्रयाग जिले में स्थित है। उत्तराखण्ड में

पौड़ी मे स्थित मंदिर

temples in pauri

तारकेश्वर महादेव मंदिर यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। ‘गढ़वाल राइफल’ के मुख्यालय लांसडाउन से यह मंदिर 36 किलोमीटर दूर है। देवदार और पाइन के घने जंगलों से घिरा

पिथौरागढ़ में स्थित मंदिर

temple in pithauragadh

छिपला केदार मंदिर (Chipla Kedar Temple) पिथौरागढ़ जनपद के सीमान्त क्षेत्र के दर्जनों गाँवों में अधिशासित आराध्य देव छिपलाकेदार धारचूला तहसील के बरम से लेकर खेत तक के सभी गाँवों

उधमसिंह नगर में स्थित प्रमुख मंदिर

चैती देवी मंदिर या बाल सुंदरी मंदिर काशीपुर चैती देवी मन्दिर जिसे माता बालासुन्दरी मन्दिर भी कहा जाता है । उत्तराखण्ड के नैनीताल जिले में काशीपुर कस्बेे में कुँडेश्वरी मार्ग

अल्मोड़ा में स्थित मंदिर

नंदा देवी मंदिर, अल्मोड़ा नंदा देवी मंदिर का निर्माण चंद राजाओं द्वारा किया गया था।देवी की मूर्ति शिव मंदिर के डेवढ़ी में स्थित है और स्थानीय लोगों द्वारा बहुत सम्मानित

बागेश्वर में स्थित मंदिर

temples in baageshwer

बैजनाथ मंदिर बैजनाथ उत्तराखण्ड राज्य के बागेश्वर जनपद में गोमती नदी के किनारे एक छोटा सा नगर है। यह अपने प्राचीन मंदिरों के लिए विख्यात है, जिन्हें भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण

चम्पावत में स्थित मंदिर

चम्पावत में स्थित मंदिर बाराही मन्दिर (देवीधुरा) “वाराही मंदिर” उत्तराखण्ड राज्य के लोहाघाट नगर से 60 किलोमीटर दूर स्थित है। शक्तिपीठ माँ वाराही का मंदिर जिसे देवीधुरा के नाम से भी

चमोली में स्थित मंदिर

चमोली मे स्थित मंदिर

चमोली में स्थित मंदिर वृद्ध बद्री चमोली मे स्थित एक प्राचीन मंदिर, ऋषिकेश-जोशीमठ-बद्रीनाथ मार्ग पर जोशीमठ से 7 किमी (4.3 मील) की दूरी पर अनिमथ गाँव (1,380 मीटर (4,530 फीट), समुद्र

हरिद्वार में स्थित मंदिर

temples in haridwar

मनसा देवी मंदिर, Haridwar (Mansa Devi Temple) मनसा देवी मंदिर हरिद्वार में बहुत प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर देवी मनसा देवी को समर्पित है। यह बिलवा पर्वत पर स्थित है।

उत्तरकाशी में स्थित मंदिर

उत्तरकाशी में स्थित मंदिर विश्वनाथ मंदिर (Vishwanath Temple) उत्तरकाशी ऋषिकेश से 154 किलोमीटर की दूरी पर ऋषिकेश-गंगोत्री मार्ग पर स्थित है। विश्वनाथ मंदिर इस क्षेत्र में सबसे महत्वपूर्ण और प्राचीन