हाल ही में बेहद चमकीला धूमकेतु (सी 2021 ए 1)) टूटकर बिखर गया ।

इसके टुकड़ों में विभाजित अवशेषों को दक्षिणी गोलार्द्ध के आसमान में देखा गया है।

आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज), नैनीताल के वरिष्ठ खगोल विज्ञानी डॉ. शशिभूषण पांडेय ने बताया कि

इस धूमकेतु की खोज 3 जनवरी, 2021 को जीजे लियोनार्ड ने की थी,

जिस कारण इसे कामेट लियोनार्ड के नाम से भी जाना जाता है।

यह धूमकेतु 12 दिसंबर, 2021 को पृथ्वी के करीब से गुजरा था,

जिसकी फोटो नैनीताल के एस्ट्रोफोटोग्राफर राजीव दुबे ने ली थी।

यह 3 जनवरी, 2022 को सूरज के नजदीक पहुँचा था।

सूरज के नजदीक पहुँचने पर वह दिशा भटक चुका था और टूटकर बिखरने लगा था

यह धूमकेतु बेहद चमकीला था, जिसे नग्न आँखों से भी देखा गया।

पृथ्वी के नजदीक आने पर दुनिया के कई हिस्सों से खगोलप्रेमियों ने इसे कैमरे में कैद किया था।