इनका जन्म 18 अक्तूबर 1924 को जन्म स्थान – ब्ल्यूटी गांव( नैनीताल ) में हुआ ।

शिक्षा – m. a / L. L.B (इलाहबाद विवि )

पिता का नाम – पूर्णानंद तिवारी, माता – चन्द्रावती तिवारी

महत्वपूर्ण तथ्य

1947 में तिवारी जी वि 0 छात्रसंघ अध्यक्ष भी बने ।

1951-52 मे नारायण दत्त तिवारी पहली बार प्रजा समाजवादी पार्टी के टिकट पर नैनीताल सीट से मात्र 26 वर्ष में विधायक बने ।

1965 में तिवारी जी कांग्रेस में शामिल हुए, यह प्रतिभाशाली व कुशल वक्ता भी थे ।

1969 -1974 मे तिवारी जी काशीपुर से विधायक चुने गए।

तीन बार तिवारी जी यूपी के मुख्यमंत्री(1976-77) व (1981-85) और (1988 -1989) तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने ।

2 मार्च 2002 को उत्तरांचल के प्रथम निर्वाचित मुख्यमंत्री एनडी तिवारी बने ।

2007 में आंध्र प्रदेश के राज्यपाल भी बने ।

1986-87 तक नारायण दत्त तिवारी केंद्रीय सरकार में विदेश मंत्री जी बनी रहे ।

कुमाऊं विश्वविद्यालय तथा गढ़वाल विश्वविद्यालय की स्थापना का वास्तविक श्रेय, देन 1973 तिवारी जी की देन है ।

एकमात्र व्यक्ति जो दो राज्यों( उत्तर प्रदेश ,उत्तराखंड ) के मुख्यमंत्री रहे . (UP के 3 बार और 1 बार उत्तराखंड के )

इनके मुख्यमंत्री काल में ही उत्तरांचल का नाम बदलकर उत्तराखंड ( 01 जनवरी 2007 से ) किया गया था ।

18 अक्टूबर 2018 को दिल्ली में लम्बी बिमारी के चलते पंचतत्व मे विलीन हो गए ।

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