लीलाधर जगूड़ी

लीलाधर जगूडी  का जन्म 1 जुलाई 1944 धंगल गाँव , टिहरी गढ़वाल जिला में हुआ । व्यवसाय – हिंदी कवि साहित्यकार इनकी प्रमुख रचनाएं निम्न है : शंखमुखी शिखरों पर(1964) ,

डॉक्टर उमाशंकर ‘सतीश’

डा० उमाशंकर “सतीश” का जन्म 15 मई, 1937 को मोहननगर , महड़ दश्ज्यूला नागपुर ज़िला-चमोली वर्तमान रुद्रप्रयाग में हुआ | पिता तारादत्त ज्योतिषी मा जमुना देवीडा० सतीश जी की प्रारंभिक

हिमांशु जोशी

हिमांशु जोशी का जन्म उत्तराखंड के चंपावत जिले के ‘जोसयूड़ा‘ गांव में 4 मई 1935 में हुआ था। उनके बचपन का लंबा समय ‘खेतीखान’ गांव में बीता जहां से उन्होंने

शैलेश मटियानी

शैलेश मटियानी का जन्म अल्मोड़ा जिले के बाडीछीना नाम के गांव मैं 14 अक्टूबर 1931 में हुआ था । उनका मूल नाम रमेश चंद्र सिंह मटियानी था । कथाशिल्पी ,

गोपेश्वर कोठियाल

आचार्य गोपेश्वर कोठियाल का जन्म टिहरी के उदखंडा गांव में फरवरी 1909 में हुआ था। प्रारंभिक शिक्षा गांव में पूरी करने के बाद वे उच्च शिक्षा के लिए काशी गए।

प्रधानमंत्री आवास योजना

प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत केन्द्र सरकार देश के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग, निम्न आय वर्ग तथामध्यम आयवर्ग के व्यक्तियों को जिनके पास स्वंय का घर नही है उनको

उत्तराखंड मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना 2021

मुख्यमंत्री सौर ऊर्जा स्वरोजगार योजना को उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी के द्वारा लागु किया गया । सरकार द्वारा राज्य के बेरोजगार युवाओ, कृषको, प्रवासियों को

डॉ शशि धर शर्मा

डॉ शशिधर शर्मा का जन्म वर्ष 1932 में हुआ था । इन्हें संस्कृत साहित्य के अप्रतिम विद्वान ,  बेजोड़ लेखक , उच्च श्रेणी के शिक्षाविद , महाकवि , “महामहोपाध्याय“, और

प्रो. देवी दत्त शर्मा

23अक्‍टूबर 1924 को जन्‍मे, स्‍कूली शिक्षा के बाद आगरा विश्‍वविद्यालय एवं काशी विश्‍वविद्यालय, बनारस से उच्‍च शिक्षा प्राप्‍त कर पंजाब विश्‍वविद्यालय (चण्‍डीगढ़) में संस्‍कृत विभागाध्‍यक्ष के तौर पर कार्यरत प्रो.

चन्द्र कुंवर बर्त्वाल

चन्द्र कुंवर बर्त्वाल जी का जन्म रुद्रप्रयाग जिले के ग्राम मालकोटी,  में 20 अगस्त, 1919 में हुआ था । इनका वास्तविक नाम “कुंवर सिंह बर्त्वाल” था । उन्होंने मात्र 28