डॉ शशि धर शर्मा

डॉ शशिधर शर्मा का जन्म वर्ष 1932 में हुआ था । इन्हें संस्कृत साहित्य के अप्रतिम विद्वान ,  बेजोड़ लेखक , उच्च श्रेणी के शिक्षाविद , महाकवि , “महामहोपाध्याय“, और

प्रो. देवी दत्त शर्मा

23अक्‍टूबर 1924 को जन्‍मे, स्‍कूली शिक्षा के बाद आगरा विश्‍वविद्यालय एवं काशी विश्‍वविद्यालय, बनारस से उच्‍च शिक्षा प्राप्‍त कर पंजाब विश्‍वविद्यालय (चण्‍डीगढ़) में संस्‍कृत विभागाध्‍यक्ष के तौर पर कार्यरत प्रो.

विश्वंभर दत्त चंदोला

इनका जन्म 1879 में पौड़ी के थापली गांव के कपोलस्यूं पट्टी में हुआ था। इन्हें गढ़वाल में हिंदी पत्रकारिता का “भीष्म पितामह” का जाता है । मात्र 17 वर्ष की

गुमानी कवि

इनका जन्म फरवरी 1790 को काशीपुर ( उधमसिंह नगर ) में हुआ था । इनका मूल नाम लोकनाथ पन्त था । कहते हैं कि काशीपुर के महाराजा गुमान सिंह की

बलदेव सिंह आर्य

इनका जन्म 1912 में पौड़ी के उमथ गांव में हुआ था। ये एक स्वतंत्रता  सेनानी ,समाज सेवी, हरिजन उत्थान को समर्पित गाँधीवादी विचारक थे। ये सर्वाधिक लम्बी अवधि तक मंत्रिपद

महावीर त्यागी

महावीर त्यागी जी का जन्म 1899 में हुआ था । उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मेरठ, उत्तर प्रदेश से प्राप्त की। उन्होंने ब्रिटिश भारतीय सेना में नौकरी की। 1919 में अमृतसर

परिपूर्णानंद पैन्यूली

पैन्यूली जी का जन्म 19 नवंबर 1924 में टिहरी शहर के निकट छौल गांव में हुआ था । उनके दादा राघवानन्द पैन्यूली टिहरी रियासत के दीवान थे और पिता कृष्णानंद

खुशीराम आर्य

खुशी राम आर्य का जन्म 13 दिसम्बर, 1886 को दौलिया, हल्दूचौड़ जिला नैनीताल में हुआ । वे आर्यसमाजी विचारधारा के व्यक्ति थे । उन्होंने दलितों में व्याप्त कुप्रथाओं जैसे –

प्रयागदत्त पंत

प्रयाग दत्त  पंत जी का जन्म वर्ष 1898 में पिथौरागढ़ के ग्राम हलपाटी (चंडाक) में हुआ था । पिता – दुर्गा दत्त पंत माता – भागीरथी देवी प्रयाग दत्त इलाहाबाद

कालू महरा

उत्तराखंड के इस प्रथम स्वतंत्रता सेनानी का जन्म 1831 में वर्तमान चंपावत जिले के लोहाघाट के पास स्थित विसुड गांव में हुआ था । 1857 कालू मेहरा ने कुमाँऊ में